*ग्राम आड़ाझर में पहली बार बाबा साहब के विचारों की गूंज*
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*महापरिनिर्वाण दिवस पर बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर को श्रद्धा, सम्मान और संकल्प के साथ दी गई भावपूर्ण आदरांजलि*
*मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जीवन प्रत्येक व्यक्ति को कठिन परिस्थितियों का डटकर सामना करने का साहस और प्रेरणा प्रदान करता है।*
खरसिया | ग्राम आड़ाझर, तहसील खरसिया, जिला रायगढ़ (छग) के कबीर चौक में बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस श्रद्धा एवं सम्मान के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राकेश नारायण बंजारे, प्रदेश प्रवक्ता (साहित्य प्रकोष्ठ) प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज तथा विशिष्ट अतिथि आयुष्मति बसंत नारंग (सामाजिक कार्यकर्ता), जयवीर रात्रे (भीम रेजिमेंट), आयुष्मान सुरेश कुमार नारंग, डॉ. भोजराम दीपक (पूर्व अध्यक्ष प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज, ब्लॉक खरसिया), तोरन कुमार लक्ष्मी (पूर्व अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ), मनीराम सोनी, लोचन बंजारे एवं विजय सोनी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम पंचायत सोनबरसा के सरपंच सुभाष सिदार ने की। आयोजन का दायित्व कोमल प्रसाद साहू द्वारा निभाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा बाबा साहब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इसके पश्चात विशिष्ट अतिथियों सहित उपस्थित अन्य जनों ने माल्यार्पण कर बाबा साहब को विनम्र श्रद्धांजलि दी। आयोजक मंडल ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
उद्बोधन की कड़ी में मुख्य अतिथि राकेश नारायण बंजारे ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का सर्वोपरि योगदान भारतीय संविधान का निर्माण है, जिसने देश को लोकतांत्रिक दिशा दी। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म को पुनः प्रतिष्ठित करना भी बाबा साहब का ऐतिहासिक योगदान है। बाबा साहब का जीवन संघर्ष, समर्पण और ज्ञान का प्रतीक है और उनकी जीवनी का अध्ययन हर व्यक्ति को जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करने का साहस देता है।
विशिष्ट अतिथि आयुष्मति बसंत नारंग ने संविधान के मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य और नीति निर्देशक तत्वों पर विस्तृत जानकारी दी। तोरन कुमार लक्ष्मी सहित अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। आयुष्मान सुरेश कुमार नारंग ने कार्यक्रम की प्रस्तावना का वाचन कराया।
अध्यक्षता कर रहे सुभाष सिदार ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहब का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायी है।
अंत में आयोजक कोमल प्रसाद साहू ने सभी अतिथियों एवं ग्रामीणजनों के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से गौरीशंकर साहू, भानुलाल गुलाराम साहू, नीलांबर साहू, श्रीमती दुख मति साहू, रोहिणी साहू, दिलकुमार साहू, कोटवार देव प्रसाद जांगड़े, बरत लाल साहू, परसराम साहू, सत्यानंद साहू, मनोज यादव, संतोष दास, गणपत दास, आरती महंत, पदुम बाई महंत, चंद्रशेखर महंत सहित अनेक गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए।
यह बाबा साहब से संबंधित कार्यक्रम ग्राम आड़ाझर में पहली बार आयोजित किया गया जो अत्यंत सफल रहा। कार्यक्रम में अतिथियों तथा ग्रामवासियों ने उत्साहपूर्वक उपस्थिति दर्ज की, जिससे आयोजन में अतिरिक्त ऊर्जा का संचार हुआ। अंत में अतिथियों ने भी सभी ग्रामीणों एवं प्रमुख आयोजक कोमल प्रसाद साहू के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया व शुभकामनाएँ दीं।

