अंशुल कुर्रे का एम.बी.बी.एस. शासकीय मेडिकल कॉलेज महासमुंद में चयन*
खरसिया | समाज के लिए गौरव का विषय है कि मौहापाली निवासी अंशुल कुर्रे का चयन शासकीय मेडिकल कॉलेज, महासमुंद में एम.बी.बी.एस. अध्ययन हेतु हुआ चयनित । उन्होंने प्रवेश भी ले लिया है। इस उपलब्धि पर 28 सितम्बर 2025 को शाम 05 बजे उनके निवास पर समाजजनों द्वारा बधाई कार्यक्रम रखा गया।
अंशुल कुर्रे स्व. साधराम कुर्रे के नाती एवं स्व. लाला राम कुर्रे के छोटे पुत्र हैं। उनका यह चयन मौहापाली ग्राम, सतनामी समाज व खरसिया क्षेत्र के लिए अत्यंत गौरव और प्रेरणा का विषय है।
अंशुल की उपलब्धि पर प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज (साहित्य प्रकोष्ठ) के प्रदेश प्रवक्ता राकेश नारायण बंजारे ने हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि “अंशुल कुर्रे ने यह उपलब्धि हासिल कर समाज के युवाओं को नई दिशा दी है। यह समय है जब हमारा युवा वर्ग पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं और उच्च शिक्षा की ओर बढ़े। हमारे समाज में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस आवश्यकता है समर्पण, दृढ़ निश्चय और निरंतर प्रयास की। अंशुल की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि मेहनत और लक्ष्य के प्रति लगन से सब कुछ संभव है। हम सबको मिलकर ऐसे युवाओं को प्रेरित और प्रोत्साहित करना चाहिए।”
डी.पी. गर्ग (व्याख्याता) – “अंशुल की सफलता पूरे समाज की सफलता है। यह हमारे बच्चों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा।”
श्याम कुमार बंजारे – “हमारे बीच से एक होनहार छात्र का चयन एम.बी.बी.एस. के लिए होना गर्व की बात है। युवा वर्ग को पढ़ाई के प्रति गंभीर होना चाहिए।”
रामनारायण भारद्वाज (उपाध्यक्ष) – “यह समाज के लिए प्रेरणादायक क्षण है। हमें ऐसे अवसरों पर युवाओं को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन करना चाहिए।”
अनिल खन्ना (अधिवक्ता) – “अंशुल ने यह उपलब्धि प्राप्त कर यह सिद्ध किया कि मेहनत, लगन और सही दिशा से हर सपना पूरा किया जा सकता है।”
इद्र कुमार बघेल (पूर्व अध्यक्ष, प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज, खरसिया) – “हमारे समाज में प्रतिभाशाली युवाओं की कमी नहीं है। अंशुल का यह चयन दूसरों के लिए एक मिसाल है।”
खरसिया अध्यक्ष डॉ. भोजराम दीपक, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष तोरन लक्ष्मी, व्याख्याता राजेश मिरी, डॉ. श्याम कुमार बंजारे, लोचन बंजारे, रामेश्वर बंजारे, प्रधान पाठक मनीराम सोनी, वैद्यराज रोहन लाल भारद्वाज व समाजजनों ने भी अँशुल को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी।
सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि अंशुल कुर्रे की यह सफलता समाज के बच्चों और युवाओं को उच्च शिक्षा की ओर प्रेरित करने वाला महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर अँशुल के माताजी, भैया रविकांत व उनके चाचाजी सुंदर कुर्रे का भी अभिनंदन किया गया तथा सभी का मुँह मीठा कराया गया।

