तालाब में पानी भरने से पहले हो जांच
मांगी तालाब से निकल गई मुरूम की हो जांच, जांच कर राशि हो पंचायत की खाते में जमा – अमर दास टंडन

अवैध मुरूम उत्खनन से ग्रामीणों में आक्रोश, तालाब का सौंदर्यकरण बन गया कमाई का जरिया
धरसीवा
ग्राम पंचायत सांकरा का मांघी तालाब अब कई लोगों के लिए कमाई का जरिया बन गया है। तालाब से सैकड़ों ट्रक मुरूम निकालकर बेचे जाने का मामला सामने आया है, जिसमें साफ-सफाई के नाम पर अवैध उत्खनन किया गया है। इस मामले में कोई भी हिसाब-किताब नहीं है कि कितनी मुरूम बेची गई और उस पैसे का क्या हुआ।
पूर्व पंच अमर दास टंडन इस मुद्दे पर कई बार शिकायत की है, लेकिन खनिज विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अमर दास टंडन ने बताया कि मांघी तालाब लगभग 4 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें मिट्टी नहीं, बल्कि मुरूम है। एक ठेकेदार ने सेटिंग कर तालाब को 10 फीट गहरा खुदवा दिया, जिसके परिणामस्वरूप सैकड़ों ट्रक मुरूम जेसीबी और पोकलेन मशीनों से निकाली गई और आसपास के क्षेत्रों में बेची गई।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रात के समय भी खुदाई जारी रही, लेकिन खनिज विभाग ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। अमर दास टंडन ने मांग की है कि तालाब में हुई खुदाई की जांच की जाए और यह पता लगाया जाए कि कुल कितनी मुरूम निकाली गई है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मार्केट कीमत के हिसाब से जितनी राशि बनती है, वह ग्राम पंचायत के खाते में जमा कराई जाए ताकि गांव के विकास में इसका उपयोग किया जा सके। लेकिन माइनिंग विभाग के द्वारा 1000 घन मीटर की अनुमति दी गई लेकिन लेकिन पूरी तालाब की खुदाई किया गया हैग्रामीणों में इस मुद्दे को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है और वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। अगर जल्द ही इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई, तो ग्रामीण विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना सकते हैं।
बाबूलाल कुरै
तहसीलदार धरसीवा ने सांकरा तालाब के अवैध उत्खनन मामले में जानकारी दी है कि यह मामला अब माइनिंग विभाग के पास चला गया है। उन्होंने बताया कि माइनिंग विभाग ने इस मामले में कार्रवाई की है, और इसलिए तहसील कार्यालय इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
उमेश भार्गव खनिज विभाग
माइनिंग विभाग से संपर्क करने का कोशिश किया गया लेकिन मोबाइल कवरेज क्षेत्र बताया जिसके कारण उसे संपर्क नहीं हो पाया
रतन साहू
ग्राम पंचायत सांकरा सचिव
ग्राम पंचायत सचिव से मोबाइल पर संपर्क किया गया लेकिन सचिव के द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया

