प्राचीन बरगढ़ धाम में महाशिवरात्रि पर भक्तों की भीड़
भक्ति का अटूट संगम बरगढ़ धाम
खरसिया महाशिवरात्रि भारतीयों का एक प्रमुख त्यौहार है। यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। माघ फागुन फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन से हुआ था। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग (जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है) के उदय से हुआ। इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव व पत्नी पार्वती की पूजा होती हैं। यह पूजा व्रत रखने के दौरान की जाती है। साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है|भारत सहित पूरी दुनिया में महाशिवरात्रि का पावन पर्व बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है राष्ट्रीय राजमार्ग 49 रायगढ़ बिलासपुर मार्ग प्राचीन सिद्धेश्वर नाथ मंदिर बरगढ़ धाम मे महाशिवरात्रि के पर्व पर भक्तों का अटूट संगम हर वर्ष बढ़ते जा रहे हैं भक्तों का अटूट संगम लाखों भक्त महाशिवरात्रि के पर्व पर दर्शन कर पूजा अर्चना किए प्राचीन सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में सुबह चार बजे से ही भक्तों का भीड़ चालू हो गया था यह लगातार संध्या महा आरती तक चलेगा पहाड़ों में विराजे प्राचीन सिद्धेश्वर नाथ सभी भक्तों की मनोकामनाओं को सिद्ध कर मनवांछित फल देते हैं क्या कहते हैं पुजारी लिए जानते हैं यह मंदिर प्राचीन मंदिर है जंगलों के बीच विराजे भगवान सभी भक्तों का मन वांछित फल देते हैं यह हमेशा भक्तों का आना जाना लगा रहता है और नेता मंत्री यहां शीश झुकाने आते हैं वही भक्तों का आना-जाना महाशिवरात्रि सावन में काफी लाखों संख्या में भीड़ होती है आज महाशिवरात्रि के पर्व पर दुर दराज से आए भक्त दर्शन कर पूजा अर्चना किए।