धमतरी..विशेष संवाददाता ..विश्वनाथ गुप्ता ….
..धमतरी में जुआं खेलना खिलाना एक व्यापार बन चुका है जिसकी रूप रेखा बंद कमरे में तय कर ली जाती है… की किसके हिस्से में कितना आने वाला है ….और कब तक समय अवधि है …कितने समय आपका रिचार्ज वाउचर खत्म हो जाएगा…रिचार्ज कूपन सप्ताहिक है ..की महीने दिन का डाला गया है… इन सब का लेखा जोखा रखा जाता है….जुआरी भी नई जनरेशन से है तो बाते भी हाईटेक होती है की जब पकड़ना है तो कितने लोग पकड़े जाएंगे और माल कितना पकड़ना है… सब तय है …और अगर पकड़ना है… तो कब पकड़ना है ये भी तय है..और इस काम को कराने जुआरी पहुंच.. सोर्स सब का इस्तेमाल करते है.. क्यों की एक अच्छा जुआं व्यापारी लगड़े घोड़े में अपना दांव नही लगाना चाहेगा …तो जेक जुगाड़ भी तगड़ा हो रहा है …और अगर ये सब नही हो रहा तो नामचीन जुआरी पुलिस गिरफ्त से बाहर क्यों …भटगांव रूद्री तो सब ट्रेलर है …यहां जुआं खेलाने वाले काम खेलने वालों का जमावड़ा जायदा लगता है …असली खेल तो बिरेझर…अटंग,नारी,मेघा मगरलोड इलाके के जंगलों में इनकी तादाद जायदा है…जहां ट्रिपल C काम करते है जुआं खेलने खेलाने का छोटू…बी…छोटू, सी..छोटू…S काम कर रहे… और नव यूवाओ को बर्बाद करने का काम कर रहे क्यों की यहां सिर्फ जुआं नही नशे में भी लोग शामिल हो रहे है …और रंग रंग का नशा कर रहे…तो देखे ट्रिपल छोटूओ पर पुलिस की नकेल कब कसती है….
……गुप्ता जी की कलम से .………

