मुख्य वक़्ता के रूप में सम्मिलित हुईं प्रियंका गोस्वामी 
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समसामयिक विषय “नशा मुक्त समाज के लिए युवा ”
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सारंगढ़ । सारंगढ़ विकासखण्ड अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला दहिदा में पदस्थ राज्य शिक्षक सम्मान से सम्मानित शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी राष्ट्रीय सेवा योजना शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरदी द्वारा “नशा मुक्ति समाज के लिए युवा “विषय पर सात दिवसीय विशेष शिविर में मुख्य वक्ता के रूप सम्मिलित हुईं ।हरदी हायर सेकेंडरी विद्यालय की प्राचार्य विभावरी सिंह ठाकुर के विशेष आमंत्रण पर प्रियंका गोस्वामी ने शासकीय हाई स्कूल
गौठला छोटे में मुख्य वक्ता के रूप में प्रभावशाली वक्तव्य देकर जागरूकता सन्देश दिया।
कार्यक्रम की रूपरेखा
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कार्यक्रम की शुरुआत माता सरस्वती एवम स्वामी विवेकानंद जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ शुरू हुआ,विभावरी सिंह ठाकुर एवम प्रियंका गोस्वामी द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया,ततपश्चात प्रियंका गोस्वामी का विद्यालय के शाला नायक एवम शाला नायिका द्वारा पुष्प गुच्छ से स्वागत एवम तिलक वंदन किया गया ।
NSS की विशेष स्वागत तालियों से वातावरण गूंज उठा ।
प्रियंका गोस्वामी का सन्देश
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शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी ने बताया कि नशा मुक्ति एक ऐसा अभियान है जिसका उद्देश्य लोगों को नशे की लत से मुक्त कराना और एक स्वस्थ समाज का निर्माण करना है। नशा व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक जीवन को पूरी तरह से तबाह कर देता है।
नशे के दुष्प्रभाव शरीर के अंगों को नुकसान, बीमारियां, समय से पहले बुढ़ापा ,मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद, आत्महत्या के विचार ,
परिवार और समाज से दूरी, अपराध की ओर बढ़ना, रोजगार के अवसरों का नष्ट होना आदि समस्याओं को जन्म देते हैं ।
नशा हमारे समाज की एक जटिल समस्या बन चुका है, जो दिन-प्रतिदिन और गहरी होती जा रही है। यह न केवल एक व्यक्ति के जीवन को बर्बाद करता है, बल्कि परिवार और समाज पर भी गहरा प्रभाव डालता है। नशा, चाहे वह शराब, सिगरेट, ड्रग्स, या डिजिटल नशा हो, व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बर्बाद करता है। यह समस्या समाज के हर वर्ग में देखी जा सकती है, चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी।
गोस्वामी ने शिविर में उपस्थित सभी एन एस एस कैम्प के विद्यार्थियों से अपील की ,उन्होंने आगे कहा कि
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जागरूकता रैलियां निकालकर छोटे-छोटे गांवों और बड़े शहरों में रैलियां निकालकर लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए ,
शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम के तहत स्कूल और कॉलेजों में कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं, जहां छात्रों को नशे के खिलाफ जागरूक किया जाता है।
मीडिया का उपयोग करके टेलीविजन, रेडियो, और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म पर नशा मुक्ति अभियान के संदेश प्रसारित किए जाते हैं।
हेल्पलाइन सेवाएं में नशा छोड़ने के इच्छुक व्यक्तियों को मदद और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराए जाते हैं।
प्राचार्य विभावरी सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार और समाज दोनों को मिलकर नशा मुक्ति के लिए कदम उठाने चाहिए। जागरूकता अभियान, शिक्षा, और नशा मुक्ति केंद्रों की सहायता से लोगों को इस बुराई से बाहर निकाला जा सकता है। युवाओं को नशे से दूर रहकर अपने जीवन को स्वस्थ और सफल बनाना चाहिए।
इसलिए हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम स्वयं भी नशा नहीं करेंगे और दूसरों को भी नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करेंगे। यही एक स्वस्थ, खुशहाल और सुरक्षित समाज की पहचान है।
प्रमाण पत्र वितरण
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सभी प्यारे बच्चों को मुख्य वक्ता प्रियंका गोस्वामी एवम प्राचार्य विभावरी सिंह ठाकुर द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर आशीर्वाद एवम बधाई दिया गया ।प्राचार्य द्वारा प्रियंका गोस्वामी को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया ।
इनकी रही उपस्थिति
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प्राचार्य विभावरी सिंह ठाकुर,शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी, कार्यक्रम प्रभारी रमेश लाल भारती, लक्ष्मी प्रसाद पटेल ,टेकलाल सोनी,खेलावन निराला,शिव प्रसाद निराला,दिनेश कुमार जांगड़े,नीलिमा बरगाह,भगवती जोल्हे, अंजली साहू,तुलसी देवांगन,सतीश यादव,बी आर निषाद,मनोज जांगड़े,सी एस खंडेकर,प्रियंका खूंटे, सुचिता केरकेट्टा ,मंजू कुर्रे,सीमा गुप्ता,हेमलता पटेल,ममता साहू,शकुंतला सिदार, दमयंती पटेल,आर के कोशले,विश्वनाथ पटेल,के के कर्ष,एन के निराला,सत्येंद्र महिलाने एवम शिविर में उपस्थित सभी विद्यार्थियों की उपस्थिति रही ।

