*बोतल्दा रॉक गार्डन में सामुदायिक शौचालय स्वीकृति के बाद भी भ्रष्टाचार की भेंट, खुले
में शौच करने मजबूर पर्यटक*
*पहली किश्त राशि आबंटित होने के बाद भी शुरू नहीं, पर्यटक को हो रही परेशानी*
*खरसिया :-* रायगढ़ जिला अंतर्गत विकासखंड खरसिया के ग्राम पंचायत बोतल्दा में सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य अटल रॉक गार्डन में जिला खनिज संस्थान डीएम एफ मद से 4,50000 रुपए जिला खनिज संस्थान न्यास की शासकीय परिषद की बैठक दिनांक 23/02/2023 को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई थी कार्य एजेंसी वन मंडल अधिकारी वन विभाग रायगढ़ को कार्य एजेंसी बनाया गया और प्रथम किस्त के रूप में राशि 2,25000,00रुपए मात्र प्रदान की गई है।
बता दें कि सरकार खुले में शौच को मुक्त करने मुहिम के माध्यम से प्रत्येक हितग्राही के घर शौचालय का निर्माण कराया गया है इसका लाभ यह मिला है या नहीं मिला है लगभग अधिकांश जगह खुले में शौच मुक्त हो गया है लेकिन खरसिया के ग्राम पंचायत बोतल्दा के अटल रॉक गार्डन में सामुदायिक शौचालय का निर्माण करने 4,50,000,00 की राशि स्वीकृत की गई थी। जिसका आबंटन प्रथम किश्त के रूप में जारी की जा चुकी है। लेकिन यहां शौचालय का निर्माण आजतक नहीं हुवा है। यह जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता डिग्री लाल सिदार ने कार्यालय जन सूचना अधिकारी वन विभाग रायगढ़ से जानकारी प्राप्त कर खुलासा किया है। रॉक गार्डन में सामुदायिक शौचालय निर्माण के लिए प्रशासकीय स्वीकृति आदेश कार्य एजेंसी को एक वर्ष से ज्यादा दिन बीत जाने के बाद भी कार्य एजेंसी द्वारा सामुदायिक शौचालय निर्माण का कार्य नहीं किया जा रहा है जिससे रॉक गार्डन में घूमने आनेवाले पर्यटकों व अन्य लोगों को शौचालय संबंधित समस्या झेलनी पड़ रही है। पर्यटकों को मजबूरन रॉक गार्डन के आसपास खाली जगहों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। इसमें रॉक गार्डन में बहने वाली पानी भी दूषित हो रहा है। जबकि प्रदेश सरकार का खुले में पूर्ण रूप से शौचालय मुक्त अभियान भी कुछ लोगों के कारण असफल होते दिखाई देते नजर आ रहा है। यह रायगढ़ से लगभग 40 किलोमीटर व सक्ति जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर बोतल्दा स्थित है। बोतल्दा पहाड़ व जलप्रपात जो रायगढ़ जिला और जांजगीर चांपा जिले वासियों के लिए प्रमुख पिकनिक स्पॉट में से एक है। बोतल्दा रॉक गार्डन प्रकृति सौंदर्य से भरा गार्डन है जहां पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है। पर्यटकों के आने-जाने के लिए राक गार्डन तक कच्चा रास्ता है जबकि वन विभाग द्वारा आने जाने वाले पर्यटकों से शुल्क के रूप में पैसा लिया जाता है पांच वर्ष हो गया उस राशि का क्या खर्च करते हैं कोई विकास नहीं दिख रहा है रॉक गार्डन के अंदर झूला है जो कि टूटा-फूटा जर्जर हो गया गार्डन को सुव्यवस्थित ढंग से रखा जाएजहां पर्यटकों के लिए तालाब व झरनों इत्यादि बनवाने के साथ सिद्धेश्वर मंदिर वैष्णो देवी मंदिर जाते समय रॉक गार्डन में प्रकृति की गोद में कुछ समय व्यतीत करते हैं परंतु यहां आने वाले पर्यटकों व स्थानीय लोगों को सुलभ शौचालय न होने पर शौचालय संबंधित समस्या से जूझना पड़ रहा है। पर्यटन विभाग को मांग करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा रॉक गार्डन में सुलभ शौचालय संचालित हो और यहां नियमित सफाई कर्मचारी को नियुक्त किया जाए।

