चपले टी एस एस प्रबंधक गेंदलालश्रीवास हुए जेल दाखिल लंबे समय से सरकार को लगा रहे थे चुना
उर्वरक विक्रय में पीओएस मशीन से अलग मिला स्टॉक, खरसिया थाने में एफआईआर दर्ज होने के अगले ही दिन गिरफ्तारी
खरसिया 23 जनवरी। पिछले दिनों कलेक्टर ने चपले समिति का निरीक्षण किया था। इस दौरान भारी गड़बड़ी पाई गई थी।
उर्वरक विक्रय में गड़बड़ी की गई थी। समिति के प्रबंधक गेंदलाल श्रीवास के विरुद्ध सोमवार – रात को धारा 409 के तहत अपराध दर्ज किया गया। मंगलवार को खरसिया पुलिस ने आरोपी – को गिरफ्तार कर जेल दाखिल किया गया है।
धान खरीदी के अंतिम दिनों में सबसे ज्यादा गड़बड़ी धरमजयगढ़ और लैलूंगा की समितियों में ही होती है। घरघोड़ा और तमनार की समितियां भी ऐसे रकबे पर धान खरीद रही हैं जो भूअर्जन में जा चुका है। समितियों में खाद विक्रय में भी गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। बीते दिनों चपले समिति में कलेक्टर ने निरीक्षण किया था। तब पीओएस मशीन के आंकड़े और भौतिक स्टॉक में अंतर मिला था। यूरिया साढ़े चार क्विंटल के बजाय करीब पांच क्विंटल मिला। सिंगल सुपर फास्फेट पीओएस में 5.85 टन दर्ज है जबकि गोदाम में म 1.20 टन ही मिला। इस तरह 4.65 टन की कमी मिली। सुपर फास्फेट दानेदार तो ऑनलाइन में जीरो था लेकिन गोदाम में 1.40 टन भंडारित मिला। इस तरह से समिति प्रबंधक गेंदलाल श्रीवास ने 57,696 रुपए की गड़बड़ी की है। सोमवार को थाना खरसिया में गेंदलाल श्रीवास के विरुद्ध धारा 409 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया। मंगलवार को ही खरसिया पुलिस ने आरोपी गेंदलाल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। धान खरीदी के मामले में चपले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
*कई सालों से हो रही गड़बड़ी*
चपले समिति में हर साल गड़बड़ी की जाती है। इसके पूर्व कभी भी अधिकारी समिति में जांच करने की हिम्मत नहीं कर सके। चपले में ही बीज प्रक्रिया केंद्र भी है। दोनों जगहों पर पंजीकृत किसानों और रकबे की जांच होगी तो करोड़ों का घपला बाहर आएगा। प्रबंधक गेंदलाल श्रीवास ने हर साल पंजीयन के समय ही गड़बड़ी की है। इस बार भी निरीक्षण के दौरान करीब 899 बोरा धान चपले में ज्यादा मिला था।